PM मोदी यूक्रेन से लौटने के बाद Zelenskyy का बयान

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही यूक्रेन का दौरा कर लौट आए हो लेकिन उनके उसे दौरे की चर्चा अभी भी जारी है। यूक्रेन से लौट के बाद पीएम मोदी ने अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन से फोन पर बात की और उन्हें अपने दौरे के बारे में बताया। इस बीचयूक्रेन के राष्ट्रपति Volodymyr Zelenskyy के बयान की चर्चा भी खूब हो रही है जो उन्होंने पीएम मोदी का दौरा खत्म होने के बाद दिया। पीएम मोदी जब यूक्रेन पहुंचे थे तो वह Zelenskyy से गले मिले और इस दौरान कुछ पल ऐसे भी रहे जिसमे Zelenskyy  के कंदे पर हाथ रखे नजर आए। Zelenskyy को पीएम मोदी ने भले ही गले लगाया हो लेकिन जैसे ही वह भारत की ओर निकले Zelenskyy के बयानों ने दूरियों की ओर इशारा करदिया। Zelenskyy ने भारतीय पत्रकारों से हुई प्रेस वार्ता में भाकर को लेकर कई बातें कहीं और यह बातें भारत को असहज करने वाली थी. 

Zelenskyy ने कहा कि मैं पीएम मोदी से कहा कि हम भारत में वैश्विक शांति सम्मेलन रखते हैं भारत एक बड़ा देश और सबसे बड़ा लोकतंत्र है लेकिन हम ऐसे देश में शांति सम्मेलन नहीं रख सकते जो पहले शांति सम्मेलन में जारी हुए साझा बयान में शामिल नहीं हुआ है। दरअसल स्विट्जरलैंड में यूक्रेन में शांति को लेकर सम्मेलन हुआ था भारत की तरफ से इस सम्मेलन में विदेश मंत्रालय के सेक्रेटरी पवन कुमार शामिल हुए थे इस सम्मेलन के बाद जारी हुए साझा बयान से भारत में दूरी बनाई थी इस सम्मेलन में बाकी देशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक आए थे जबकि भारत ने अपने जूनियर अधिकारी को भेजा था। Zelenskyy ने इसके अलावा रूस से भारत के तेल खरीदने पर विवाद की और कहा कि अगर भारत रूस से तेल नाखरीदे तो उसे बड़ी  मुश्किलों और चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। अगर भारत रूस के लिए अपना रुख बदल दे तो युद्ध रुक जाएगा, कई देशों ने रूस से आयात बंद कर दिया है पर भारत में नहीं किया है हमें रूसी सेना को ताकतवर बनाने वाले रुपयों को देना बंद करना होगा। रूस यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत ने रूस से तेल खरीदना जारी रखा था यह खरीद ऐतिहासिक थी और तेल सस्ता होने के कारण भारत को इससे फायदाभी हुआ।


एक सिद्धांत का विषय बना दिया मोरल आपकी मोरल ड्यूटी कीआप प्रशासन देखनेमें सके साथ ही वैश्विक मंचोंपर भारत ऐसी किसी कोशिका में शामिल नहीं दिखा जहां बाद रूस के खिलाफ की जा रही हो यूक्रेन से लौट के बाद पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी बात की पीएम मोदी ने बताया की उन्होंने पुतिन के साथ रूस यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा की और उन्हें बताया कि भारत इस संघर्ष के जल्द स्थाई और शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं पीएम मोदी के दौरे के बाद Zelenskyy ने जिस तरह के बयान दिए हैं जानकारी इसकी आलोचना भी कर रहे हैं। भारत के पूर्व विदेश सचिव और रूस में भारत के राजदूत रहे कमल सिंबल ने लिखा कि मोदी के दौरे के बाद Zelenskyy की टिप्पणी बड़ी उचित नहीं थी। तेल खरीदने को लेकर भारत को खरी खोटी सुनाई गई वहभी तब जब महीनों से भारत इस मामले पर अपना रुख बताता आया है।ऐसे में से दोबारा छेड़ने की क्या जरूरत थी।


थिंक टैंक ग्रैंड कोऑपरेशन में इंडो पेसिफिक के विश्लेषक डायरेक्टर जे ग्रासमैन ने पीएम मोदी के Zelenskyy को गले लगाने वाली तस्वीर को साझा कर लिखा कि यह बहुत बुरा है कि मोदी सबको गले लगाते हैं और इस कारण इसका कोई मतलब नहीं रह जाता। 

भारत के पूर्व राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार एमके भद्र कुमार ने रूस की वेबसाइट RT के लिए एक लेख में लिखा कि यूक्रेन के मुद्दे पर भारत के रूप को लेकर Zelenskyy का असंतोष बड़ा दिखता है भारत की नीति पर जैसी बातें कही गई उन पर गौर किया जाएगा हालांकि रूस के साथ भारत के ऐतिहासिक संबंध जारी रहेंगे। रूस यूक्रेन युद्ध पर भारत संतुलन बनाए रखने की नीति अपनाता रहा है। भारत में प्रतिबंधों के बावजूद रूस से सस्ता तेल खरीदना जारी रखा इस बीच भारत यूक्रेन को भी मानवीय मदद भिजवाता रहा भारत के विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2021-22 में भारत और यूक्रेन के बीच 3.3 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था वहीं रूस और भारत के बीच करीब 50 अरब डॉलर से ज्यादा का व्यापार हुआ


एक टिप्पणी भेजें